Sunami Media News :: सुबह का समय और एक कप गर्म चाय. शायह ही कोई भारतीय हो जिसे ऐसी चाय की ख्वाहिश न हो. एक तरह से हम सब भारतीय हर सुबह सबसे पहले एक कप चाय या कॉफी पीते ही हैं. यह दिन की शुरुआत करने का भारतीय तरीका है. सबसे बड़ी बात यह है कि एक कप चाय सुबह की थकान दूर करने में मदद भी करती है. लेकिन जो लोग सुबह खाली पेट बहुत ज्यादा गर्म चाय या कॉफी का सेवन करते हैं, उनके लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है. खासकर कुछ लोगों को बहुत गर्म चाय पीने की आदत होती है. उसे तो वह चाय गर्म नहीं लगती लेकिन दूसरा कप को छू दे तो हाथ जलने लगता है. खैर, असली विषय यह है कि ..
में छपी एक रिसर्च के मुताबिक सुबह-सुबह खाली पेट ज्यादा गर्म चाय पीने से एसोफेगल यानी पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. यूके बायोबैंक की इस स्टडी में लगभग 5 लाख लोगों पर अध्ययन किया गया, जिसे अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से भी सहयोह मिला. अध्ययन में यह पाया गया कि जो लोग रोजाना 8 से 10 कप बहुत गर्म पेय पीते हैं उनके फूड पाइप में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. रिसर्च में यह भी सामने आया कि जितनी ज्यादा और गर्म ड्रिंक पी जाए, खतरा उतना ही बढ़ जाता है.
में छपी एक रिसर्च के मुताबिक सुबह-सुबह खाली पेट ज्यादा गर्म चाय पीने से एसोफेगल यानी पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. यूके बायोबैंक की इस स्टडी में लगभग 5 लाख लोगों पर अध्ययन किया गया, जिसे अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से भी सहयोह मिला. अध्ययन में यह पाया गया कि जो लोग रोजाना 8 से 10 कप बहुत गर्म पेय पीते हैं उनके फूड पाइप में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. रिसर्च में यह भी सामने आया कि जितनी ज्यादा और गर्म ड्रिंक पी जाए, खतरा उतना ही बढ़ जाता है.
एसोफैजियल कैंसर कैसे होता है
गर्म पेय पदार्थों का तापमान इतना अधिक होता है कि वे फूड पाइप की नाजुक कोशिकाओं को लगातार जलाने का काम करते हैं. इससे वहां सूजन आ जाती है, टिश्यू टूटने लगते हैं और धीरे-धीरे कैंसर होने लगता है. एसोफैजियल कैंसर गले और पेट को जोड़ने वाली इस नली में होता है, जो हमारे भोजन और पेय को पेट तक पहुंचाती है. इस कैंसर की समस्या यह है कि इसके शुरुआती लक्षण अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं. लोग इसे सीने की जलन, एसिडिटी या बार-बार होने वाली खांसी समझ लेते हैं. लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, परेशानियां बढ़ती हैं. खाने में कठनाई, सीने में दर्द, आवाज में बदलाव और लगातार खांसी इसके आम लक्षण हैं. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि अगर इन लक्षणों में कुछ दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि जल्दी पता चलने पर इलाज संभव है.
बचाव के उपाय और सावधानी
इस तरह के कैंसर से बचाव के लिए जरूरी है कि चाय-कॉफी या किसी भी तरह के गर्म पेय पदार्थ को पीने से पहले थोड़ा ठंडा कर लें. इससे फूड पाइप को हो सकने वाला नुकसान कम हो जाता है. साथ ही, तंबाकू, सिगरेट और शराब से दूर रहना चाहिए क्योंकि ये कैंसर के खतरे को और बढ़ाते हैं. अगर आपको एसिडिटी की समस्या रहती है तो उसका सही इलाज कराएं. नियमित व्यायाम करें और हेल्दी डाइट को अपनाएं ताकि आपका वज़न सामान्य बना रहे. ज्यादा वजन भी इस तरह के कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाला कारक होता है. एक्सपर्ट की मानें तो समस्या गर्म पेय पदार्थ के तापमान की है, मात्रा की नहीं. इसलिए चाय या कॉफी को ऐसे तापमान पर पीना चाहिए, जिसे आराम से पिया जा सके बिना मुंह या गले को जलाए. इस रिसर्च के बाद यह बात साफ हो गई है कि अपनी सुबह की प्यारी आदत को थोड़ा बदलना जरूरी है, खासकर जब बात आती है चाय या कॉफी जैसे गर्म पेय पदार्थों की. अपनी सेहत के लिए यह सबसे सटीक और आसान कदम साबित होगा. इनपुट-आईएएनएस