बिलासपुर । छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री व बिलासपुर के पूर्व विधायक द्वारा जन्मदिन न मनाने की घोषणा के बाद अब राजनीतिक चर्चा भी होने लगी है और शहर के कई नेताओ ने तीखी प्रतिक्रिया भी दे रहे है इसी कड़ी में आज एक और प्रतिक्रिया सामने आयी है 
बता दे कि पूर्व मंत्री ने   शहर में दुर्दशा  गुंडा राज, जमीन माफिया, अपराध का हवाला देते हुए जन्म दिन न मनाने का फैसला किया था । 
उन्होंने ने जन्मदिन मनाने के तरीके की कढ़ी निंदा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने  कहा कि 15 साल मंत्री रहे अमर अग्रवाल द्वारा किराए के  चंद लोगों को लेकर जिस तरह से नौटंकी की गई है वह जनता देख रही है बिलासपुर ने 20 वर्ष आपको विकास करने का मौका दिया था पर आपने बिलासपुर शहर में जो दुर्दशा की है उसे आज भी जनता भूली नहीं पाई है 
जिस वक्त शहर के गड्ढों में लोगों की जाने जा रही थी उस वक्त अमर अग्रवाल बड़े जोश व शान के साथ मासूम लोगों की लाशों पर अपना जन्मदिन मना कर केक काट रहे थे । उन्होंने कहा कि लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले आज नैतिकता विकास की बात कर रहे है श्री तिवारी ने कहा जिस वक्त यह जन्मदिन नहीं मनाना चाहिए था उस वक्त श्री अग्रवाल लोगों की लाशों पर केक काटकर रहे थे लेकिन आज विकास की बात कर रहे हैं वही कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि जन्मदिन नहीं मनाने की गाथा गाने वाले यह बताएं कि जन्मदिन कैसे मनाया जाता है लाखों रुपए का विज्ञापन हर अखबार में उनके समर्थकों के द्वारा छपाया गया गया जन्म दिन के दिन किराए की भीड़ इकट्ठी की गई और अपना जिंदाबाद के नारे लगवाए गए थे,
जिस वक्त शहर के गड्ढों में लोगों की जाने जा रही थी उस वक्त अमर अग्रवाल बड़े जोश व शान के साथ मासूम लोगों की लाशों पर अपना जन्मदिन मना कर केक काट रहे थे । उन्होंने कहा कि लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले आज नैतिकता विकास की बात कर रहे है श्री तिवारी ने कहा जिस वक्त यह जन्मदिन नहीं मनाना चाहिए था उस वक्त श्री अग्रवाल लोगों की लाशों पर केक काटकर रहे थे लेकिन आज विकास की बात कर रहे हैं वही कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि जन्मदिन नहीं मनाने की गाथा गाने वाले यह बताएं कि जन्मदिन कैसे मनाया जाता है लाखों रुपए का विज्ञापन हर अखबार में उनके समर्थकों के द्वारा छपाया गया गया जन्म दिन के दिन किराए की भीड़ इकट्ठी की गई और अपना जिंदाबाद के नारे लगवाए गए थे,
श्री अग्रवाल कोई महान पुरुष नहीं है जिनका जन्मदिन से आम जनता या आम जनमानस को कोई सरोकार है अलबत्ता इनके चमचों को जरूर फर्क पड़ा होगा उन्होंने यह भी कहा कि श्री अग्रवाल 2018 के बाद कहां थे जब बिलासपुर में कॅरोना ने दस्तक दिया था लेकिन जब चुनाव एक वर्ष  बचा है तो बरसाती मेंढक की तरह टर्र टर्र करने लगे हैं जबकि उन्हें मालूम होना चाहिए कि  उनको बिलासपुर की जनता एवं  उनकी पार्टी  दोनो ने  रिजेक्ट  कर दिया है।