श्रीराम दशहरा उत्सव समिति द्वारा भव्य रावण दहन — विधायक सुशांत शुक्ला एवं डॉ. धर्मेंद्र दास रहे अतिथि, समाजसेवियों का हुआ सम्मान
बिलासपुर।
श्रीराम दशहरा उत्सव समिति के तत्वावधान में इस वर्ष भी भव्य रावण दहन का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला, तथा अति विशिष्ट अतिथि डॉ. धर्मेंद्र दास उपस्थित रहे। वार्ड 50 के पार्षद जय वाधवानी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए, वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रितेश सोनी ने की।
लगातार पिछले 10 वर्षों से समिति द्वारा यह आयोजन सांस्कृतिक विविधताओं और सामाजिक संदेशों के साथ सफलतापूर्वक किया जा रहा है। आयोजन की सफलता में समिति पदाधिकारी विवेक तिवारी, ठाकुर धीरेंद्र सिंह, सोमनाथ पटेल, रिंकू भाटिया, छोटू सेलरकर, दीपक भोसले, बंटी भोसले, शुभम चंद्रवंशी, मंटू यादव, सल्लू खान, जीतू शुक्ला, छोटी नेपाली, विमर्श तिवारी, लड्डू, कुलदीपक गुप्ता, माखन पटेल, अनुज तिवारी, दिलीप सिंह ठाकुर, ठाकुर दिनेश सिंह, अंकित प्रजापति, प्रशांत सिंह सहित अनेक कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।
समाजसेवियों का हुआ सम्मान
इस बार रावण दहन के साथ-साथ समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले पाँच विभूतियों को सम्मानित किया गया—
साई प्रसाद बाबू एवं उनकी टीम (क्लीन आरके नगर): वृक्षारोपण, स्वच्छता एवं रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यों हेतु।
ठाकुर राम पटेल (वरिष्ठ शिक्षक): स्वयं लगाए गए 5000 पौधों को वृक्ष का रूप देने के लिए।
अधिवक्ता समीर शुक्ला: सनातन धर्म की रक्षा एवं न्याय के लिए संघर्ष हेतु।
ठाकुर रामसिंह: धर्मांतरण के विरुद्ध सतत संघर्ष एवं समाजजागरण हेतु।
विमला मालाबार: पशु सेवा और बेसहारा कुत्तों की देखभाल, संरक्षण और अंतिम संस्कार तक की सेवा भावना हेतु।
विशेष रूप से विमला मालाबार पिछले 30–35 वर्षों से अनाथ और बीमार कुत्तों की सेवा कर रही हैं। वे उन्हें घर में आश्रय देती हैं, स्वस्थ होने पर मूल स्थान पर छोड़ देती हैं, और मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार तक करती हैं। उनकी सेवा भावना ने सभी को भावुक कर दिया।
समिति का उद्देश्य
समिति पदाधिकारी विवेक तिवारी ने कहा—
“हमारा उद्देश्य केवल रावण दहन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में मौजूद बुराइयों का अंत करने और अच्छे कार्य करने वालों को सम्मानित करने की परंपरा को आगे बढ़ाना है।”
उत्सव का स्वरूप
धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और समाजसेवी सम्मान के साथ सम्पन्न हुआ यह आयोजन अब पूरे क्षेत्र में एकता और उत्सव का प्रतीक बन चुका है।