कसडोल। ब्लॉक के रिकोकला गाँव में रतन डड़सेना परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव आयोजन के सातवें दिवस मिडिया प्रभारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया की महराज कृष्ण शर्मा के प्रवचन से भक्त जनों के मन में राधे-राधे गूंज रहा है महराज जी ने भक्त जनों के मन में कृष्ण भगवान के लीलाओं व उनके प्रति असीमित प्रेम जो गोपियाँ करती है उनका कथा के माध्यम से ज्ञान बाँट रहें है महराज जी ने कहा की प्रेम हो तो गोपियाँ जैसी निस्वार्थ व असीम प्रेम जो बिना किसी स्वार्थ के निष्ठा से किया गया हो गोपियाँ नितदिन भगवान कृष्ण के सपने देखती थी उनके रुप में खुद के रूप में को निहारती थी अगर प्रेम हो तो गोपियाँ सी गोकुल की गोपियाँ तल्लिन होकर प्रेम में खुद को कृष्ण को सौंप चुकी थी उन्हें उनके सिवा और कुछ न दिखाई देता था वो प्रेम की कहानिययों में केवल कृष्ण ही कृष्ण का हठ हृदय में लगाए रहती थी। इसलिए प्रेम अगर हो तो गोपियाँ जैसी हो।
प्रेम करो तो गोकुल की गोपिया जैसी:महराज कृष्ण शर्मा
by Mukesh tiwari
-
0