दैनिक ई सुनामी छत्तीसगढ़ (SSV NEWS) :-
तिरंगा रैली में भी नहीं रुकी नो एंट्री
*नो एंट्री के लिए थाना प्रभारी का दो चेहरा कागज में एवं चौराहे में लगा बोर्ड दिखावे के लिए जोखिम भरा नैनिहालो का सड़क पर चलना*
रीवां--मऊगंज नि प्र 17 अगस्त
आम जनता एवं शासकीय कर्मचारियों संस्थानों द्वारा निकाली गई तिरंगा रैली एवं घर घर तिरंगा लगाने अभियान में मऊगंज थाना प्रभारी की झूठी वाहवाही खूब देखी जा रही है मऊगंज थाने में दिनों दिन बढ़ती चोरियां मारपीट लूट की घटनाओं से परेशान पीड़ित जन जब 181 का सहारा लेते हैं तो वहीं थाना प्रभारी द्वारा जले में नमक के साथ वापस कराने की धमकियां दी जती हैं ऐसे में मऊगंज की जनता कितनी खुशहाल व सुरक्षित है हाल ही में बृहस्पतिवार को निजी विद्यालय द्वारा सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं तिरंगा यात्रा निकालकर सरकारी फरमान का पालन करते हुए घर-घर तिरंगा लगाने का संदेश दे रहे थे तभी मऊगंज कस्बे में जनपद के पास दोनों तरफ से नो एंट्री समय में ट्रकों की आवाजाही से तिरंगा यात्रा कर रहे बच्चों में उस वक्त भय का वातावरण निर्मित हो गया जब स्कूली बच्चे दोनों ट्रकों के बीच से तिरंगा यात्रा कर रहे थे अभिभावकों एवं विद्यालय के शिक्षकों द्वारा बच्चों का हाथ पकड़कर रैली को आगे बढ़ाया गया यह नो एंट्री की वसूली का नतीजा है जहां पूरे दिन में नो एंट्री होने के बावजूद लगातार वाहनों की आवाजाही बाजार के अंदर संचालित हैं खींची गई फोटो के माध्यम से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि तिरंगा रैली के लिए मऊगंज पुलिस कितनी जिम्मेदार हैं जहां बेधड़क भारी वाहनों की आवाजाही चालू रहती है यह किसके इशारे पर और किस तरह की व्यवस्था देने के एवज में नो एंट्री तोड़कर भारी वाहन प्रवेश कर जाते हैं आए दिन थाना प्रभारी की कार्यशैली पर पीड़ित जनों के सवाल उठते रहे हैं थाना प्रभारी के आमद से ही भय एवं दुर्व्यवहार का वातावरण निर्मित रहा है पीड़ितों द्वारा पुलिस अधीक्षक से इस संबंध में कई बार शिकायतें भी की गई किंतु थाना प्रभारी के अधीनस्थ पुलिस कर्मचारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वा एसडीओपी मऊगंज द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाने में सफल रहे नतीजन पुलिस अधीक्षक द्वारा की जाने वाली कार्रवाई से बचाव होता रहा आम जनमानस को थाना प्रभारी का यह देशभक्ति जनसेवा का मतलब समझ से परे है
