दैनिक ई सुनामी छत्तीसगढ़ (SSV NEWS)  :-
  
*चार वर्ष में भी नहीं बन पाई व्यापारियों के लिए दुकानें*
*पिछले चार वर्षों से निर्माणाधीन बस स्टैंड में दो मंजिला दुकाने व्यापारियों के लिए रोटी रोजी उजाड़ने का काम किया पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष एवं निकाय की गैर जिम्मेदार व्यवस्था के चलते बेरोजगार व्यापारियों में आक्रोश*
 रीवा---मऊगंज नि प्र 17 अगस्त
पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष एवं उनके निकाय के अधीनस्थ चमचे बाज कर्मचारियों के विकास की कहानी का ढिंढोरा पीटने वाली व्यवस्था को सहज ही बस स्टैंड के बाहर खड़े होकर देखा जा सकता है जहां चार वर्ष से निर्माणाधीन व्यापारियों के लिए दुकाने लाचारी एवं बेबसी की हालत में पड़ी है रोजी रोटी कमाने वाले व्यापारियों की दुकानें उजाड़ कर सर्व सुविधा युक्त बहुमंजिला दुकानों का सपना दिखाकर झोपड़िया उजाड़ कर उन्हें बेरोजगार कर दिया गया स्थानीय व्यापारियों ने इस व्यवस्था के विरुद्ध कई बार आक्रोशित होकर शिकायतें की गई किंतु तत्कालीन व्यवस्था कारों की सरकारें दिल्ली तक होने की वजह से सारी शिकायतें आती जाती रही पूर्व में किए गए विकास के तहत नाली सड़क बिजली स्वच्छता हाकर्ष जोन गल्ला मंडी सब्जी मंडी मीठा पानी का चौमुखी विकास को छोड़ दिया जाए तो निर्माणाधीन बस स्टैंड की दुकानें  चार वर्षों में बनने से पहले जर्जर होने की स्थिति में पहुंच चुकी है 
*प्राक्कलन में गड़बड़ी*
 जानकारी के अनुसार नगर परिषद द्वारा जो प्राक्कलन तैयार किया गया था वह बेहद गैर जिम्मेदार एवं नियम विरुद्ध था जिसकी वजह से बिल्डिंग निर्माण में तरह-तरह की बाधाएं आती रही और सरकार का पैसा पानी की तरह बहता गया गलत तरीके से बनाए गए प्राक्कलन के आधार पर ठेकेदार पर जबरन काम कराने का भी आरोप लगा किंतु केदार द्वारानगर परिषद को सुविधा शुल्क की व्यवस्था कर दी गई तो सारे  विरोधी चुप हो गए फल स्वरुप अब तक व्यापारियों के लिए दुकाने नहीं बन पाई कई वर्षों से दुकान चलाकर रोजी-रोटी की व्यवस्था करने वाले स्थानीय व्यापारियों के साथ ही स्थानीय कर्मचारी एवं तत्कालीन अध्यक्ष द्वारा व्यापार उजाड़ने का काम किया गया जबकि  05-06-17 को दुकान मालिकों से एग्रीमेंट कराया गया था दुकान गिराने के लिए दो मंजिला इमारत कि लागत लगभग एक करोड़  स्वीकृत की गई थी
*ठेकेदार की मनमानी*
 समय पर बिल्डिंग निर्माण ना होने से जहां परिषद जिम्मेदार है वहीं ठेकेदार की मनमानी से सरकारी पैसे का दुरुपयोग करके चार वर्षों में भी बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया गया पहली मंजिल के कमरों के निर्माण में पूरी राशि का दुरुपयोग किया गया जहां चार वर्षों में निर्माणाधीन बिल्डिंग फिर से क्षतिग्रस्त हो रही वही खिड़की दरवाजे टूट कर बिखरे पड़े हैं सरकारी नियमों के अनुसार बिल्डिंग निर्माण की समय सीमा कई बार खत्म हो चुकी लापरवाह ठेकेदार द्वारा साल में दो चार बार काम कराया जाता है इसके बाद फिर छोड़ दिया जाता है बिल्डिंग निर्माण में आ रही बाधा को ना तो परिषद द्वारा कभी देखा गया और ना ही ठेकेदार द्वारा तकनीकी समस्या को लेकर के पत्राचार भी नहीं किया गया जानकारी के अनुसार ठेकेदार द्वारा निकाय व्यवस्था पर आरोप लगाया गया तो वही निकाह के कर्मचारियों ने  ठेकेदार पर तानाशाही एवं लापरवाही का आरोप लगाकर किनारा करते नजर आये इस स्थिति में बेरोजगार हुए व्यापारी चार वर्षों से रोजगार के लिए इधर उधर भटक रहे
*नगर पालिका की लापरवाही से 5 वर्षों से हम सभी व्यापारी बेरोजगार हो गए हैं निर्माण रुका हुआ है कोई जिम्मेदार देखने नहीं आता*
               शिव प्रसाद जयसवाल
                        पूर्व व्यापारी
*पांच वर्षों से ठेकेदार की मनमानी के कारण बिल्डिंग निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ हम बेरोजगारों की दुकान उजाड़ने का काम नगरपालिका ने किया है*
              अमृत लाल जायसवाल
                    पूर्व व्यापारी
*हमारी छोटी दुकान थी रोजी रोटी का एक सहारा था बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है अभी तक दुकान मिलने का कोई रास्ता दिखाई नहीं देता*
                        राधे सोंधिया
                       पूर्व व्यापारी
