गुरुग्राम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सोमवार को परामर्श जारी करते हुए बताया कि दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक शहर में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज हुई. मौसम विभाग ने दो सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
गुरुग्राम में वर्क फ्रॉम होम
सभी कॉरपोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को कर्मचारियों को घर से काम (Work from Home) करने की अनुमति देने की सलाह दी गई. सभी स्कूलों को 2 सितंबर को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया गया.
लगातार बारिश के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर भीषण ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई. सिरहौल बॉर्डर से मानेसर तक वाहनों की लंबी कतारें लगीं. वजीराबाद इलाके में 85 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज हुई, जिससे कई जगह जलभराव और यातायात जाम की समस्या खड़ी हो गई.
कब तक होगी बारिश?
तेज बारिश के दौरान पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता घटकर 800 मीटर तक रह गई. निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि यह बारिश मानसून और असामान्य रूप से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही है.
पांच सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुककर बारिश जारी रह सकती है. पूरा उत्तर भारत इस वक्त भारी बारिश की चपेट में है. वहीं चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. सड़कें पानी से लबालब है, कई गड्ढों में पानी भर चुका है. खेतो और नहरों में भी बाढ़ की स्थिति बन गई है.
1 सितंबर को हुई तेज बारिश के बाद यमुना और अन्य नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया, जिसके चलते हरियाणा-पंजाब प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाए हैं. चंडीगढ़ प्रशासन ने मंगलवार (2 सितंबर) को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया, जबकि कई प्रभावित जिलों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं.
प्रशासन की तैयारी और बैठकें
पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने लगातार हो रही बारिश और बढ़ते खतरे को देखते हुए हालात की समीक्षा की है. हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उपायुक्तों से स्थिति पर चर्चा की और बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए आश्रय व भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
हथिनीकुंड बैराज के कई द्वार खोल दिए गए हैं ताकि यमुना का दबाव कम किया जा सके. लगातार बारिश के कारण चंडीगढ़ में 100 मिमी से अधिक पानी दर्ज किया गया है, जबकि हरियाणा में जिला प्रशासन को सतर्क रहने और सभी बंद स्कूलों को पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया गया है.
पंजाब में बाढ़ से बिगड़े हालात
पंजाब के कई जिले बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे हैं. पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर सबसे अधिक प्रभावित हैं. होशियारपुर जिले में बारिश ने हालात और गंभीर कर दिए, जहां पानी गांवों में घुस गया और फसलों को नुकसान पहुंचा. गढ़शंकर और आसपास के इलाकों में दर्जनों गांवों के खेत और गलियां जलमग्न हैं.
रात भर हुई बारिश के बाद हकुमतपुर, बद्दों, अलावलपुर, भाना, ठक्करवाल और खानपुर जैसे गांवों में घरों तक पानी भर गया. गढ़शंकर के एसडीएम संजीव कुमार ने बताया कि प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए खाने-पीने और दूसरी आवश्यक सुविधाएं गुरुद्वारों के माध्यम से उपलब्ध कराई हैं.
हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भी बारिश का असर
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी बारिश ने पंजाब-हरियाणा की स्थिति को और नाजुक बना दिया है. बता दें कि उत्तर भार में हो रही इस बारिश का कारण है पश्चिमी विक्षोभ. भारी बारिश से सतलुज, व्यास और रावी नदियां उफान पर हैं. मौसमी नदियों का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भर गया है.
अधिकारियों का कहना है कि लगातार बारिश से जलस्तर और बढ़ सकता है, ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और अनावश्यक बाहर न निकलने की अपील की गई है. राहत दल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रख रहे हैं ताकि जरूरतमंदों तक तुरंत मदद पहुंच सके.